यह पाठ्यक्रम शिक्षार्थियों को आज की प्रौद्योगिकी-प्रधान दुनिया में डिजिटल कुशल-क्षेम बनाए रखने हेतु आवश्यक ज्ञान और व्यावहारिक कौशल प्रदान करता है। इसमें डिजिटल कुशल-क्षेम: अवधारणा एवं विषय-क्षेत्र, डिजिटल कुशल-क्षेम को बढ़ावा देने वाले कारक, डिजिटल क्षेत्र में शारीरिक कुशल-क्षेम, स्क्रीन और मन का संतुलन: कल्याण का मार्ग तथा जागरूकता से व्यवहार की ओर: डिजिटल कुशल-क्षेम की संस्कृति का निर्माण का अध्ययन शामिल है। शिक्षार्थी इंटरनेट और डिजिटल व्यसन के जोखिमों, सजगता (माइंडफुलनेस) की भूमिका, अभिभावक मार्गदर्शन, संस्थागत ढाँचे तथा सांस्कृतिक परिवर्तन को समझेंगे, जो सुरक्षित, उत्तरदायी और सतत् डिजिटल अभ्यासों को प्रोत्साहित करते हैं।
Course Hours: 5